जीएलई एक्सयूवी भारतीय मार्केट में अगले साल तक आ जाएगी; और ये गाड़ी बीएमडब्ल्यू एक्स 5 और ऑडी क्यु 7 को टक्कर देगी.
मर्सिडीज-बेंज़ अपनी नयी गाड़ी जीएलई एक्सयूवी की रोड टेस्टिंग की तैयारी बहुत जोर शोर से कर रही है. नयी जीएलई (कोडेड नाम: डब्ल्यू167) को मोटर शो में रखा जाएगा ताकि पूरी दुनिया इस देख सके और खरीद सके. इस साल यह मोटर शो अक्टूबर महीने में पेरिस में होगा.
मर्सिडीज की नयी जीएलई अपने पुराने मॉडल (डब्ल्यू 166) को रिप्लेस कर देगी जिसे 2012 में बनाया गया और उसको फेसलिफ्ट 2015 में मोनाइकर के मोटर शो में मिली, और जीएलई की लिस्ट में एक गाड़ी शामिल हो गयी.
लेटेस्ट स्पाई शॉट्स दोनों ही अंदर और बाहर की डिटेल्स देतीं हैं. इस गाड़ी का डिजाइन इसकी बाकी गाड़ियो से बेहतर बनाया गया है.
ज्यादा मोटा ग्रिल गाड़ी के अगले हिस्से में इस्तेमाल किया गया है, जो इसे एक परफेक्ट एक्सयूवी का लुक देती है. मर्सिडीज अपनी नयी गाड़ी के ही डिजाइन में बदलाव कर के इसके ग्रिल को और अच्छा लुक दे सकती है. अच्छे परफोर्मेंस के लिए गाड़ी में बहतर इंजन लगाया जा सकता है. आगे गाड़ी में नए ग्रिल के साथ पीछे भी लंबवत स्टेटेड पैनअमेरिकन ग्रिल लगायी जा सकती है जो इस एक्सयूवी को सुरक्षा प्रदान करेगी.
अगर गाड़ी में इस्तेमाल किये गए टायरों की बात की जाये तो उसमे वही टायर्स इस्तेमाल होने जो आमतौर पर मर्सिडीज की एसयूवी में इस्तेमाल होते है. गाड़ी के पीछे भी और टेललैम्प्स पर क्रोमिंग की जाएगी जो इसे और स्टाइलिश लुक प्रदान करेगी.
मर्सिडीज ने अपने स्केचेस में दिखाया है की इस गाड़ी का इंटीरियर कैसा होगा. नयी जीएलई में 12.3 इंच कि डिजिटल डिस्प्ले होगी जो आमतौर पर हर मर्सिडीज की गाड़ी में देखने को मिलती है. लेकिन अब इस गाड़ी में मल्टीफंक्शन स्टीयरिंग मिलेगी जिसमे 18 कंट्रोल्स होंगे, और साथ ही साथ दो टच सेंसिटिव पैड होंगे जो स्टीयरिंग व्हील को संभालेंगे जो कि मर्सिडीज की गाड़ियों में लगे गोले को रिप्लेस कर देगा.
पुरानी जीएलई में गियर बॉक्स अपनी जगह से हट कर नयी जीएलई में स्टीयरिंग में चला जाता है जो आगे और दूसरी रो में बैठने वाले लोगो को पैर रखने की एक्स्ट्रा जगह के साथ 2 कपहोल्डर्स की भी जगह बनता है जो पुरानी जीएलई में नहीं थी.
पुरानी जीएलई को एमआरए मॉडल पर बनाया गया था जिसे अब बदल कर एमएचए मॉडल पर बनाई जाएगी. इससे स्पीड ब्रेकर्स को पार करने में आसानी होगी. एमआरए मॉडल से मर्सिडीज की सी-क्लास, ई-क्लास और एस-क्लास रेंज में बहुत ही कामयाबी से इस्तेमाल किया गया है.
जीएलई बनाने वाले मैन्युफैक्चरर ने भारत में इसके 2 प्लांट्स लगाने की बात कही है जिससे जीएलई के चार और आठ सिलिंडर वाले डीजल और शक्तिशाली पेट्रोल इंजन यही भारत में ही बनाये जा सके. भारतीय मार्केट हाइब्रिड गाड़ियों को भी पसंद करती है जो मेड इन इंडिया से प्रेरित होंगी. इससे हम लोग इस गाड़ी में और अच्छे बदलाव कर इसे एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं. इन्ही ट्विन पावर सुपरचार्जड इंजन को भी भारत में उतारा जाएगा और यही इंजन नयी जीएलई को 611 कि हार्सपावर प्रदान करता है.
मर्सिडीज की इसी नयी गाड़ी को आप अगले साल तक भारतीय सड़को पर फर्राटा भरते हुए पा सकते हैं.